विश्व पोलियो दिवस निबंध
(Vishwa Polio Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of World Polio Day (Vishwa Polio Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
प्रत्येक वर्ष 24 अक्टूबर के दिन विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है इस दिवस को मनाने का उद्देश्य पोलियो जैसी बीमारी के विषय में लोगों में जागरूकता फैलाना है।
पोलियो एक संक्रामक रोग है जो वायरस के द्वारा फैलता है पोलियो का वायरस मुख के द्वारा मानव शरीर में प्रवेश करता है और ऑतों को प्रभावित करता है इस बीमारी को पोलियोमाइलाइटिस भी कहा जाता है इस बीमारी का असर अधिकतर बच्चों पर होता है अधिकतर देश इस बीमारी से मुक्त हो चुके हैं भारत को भी इस बीमारी से 2012 में मुक्त घोषित कर दिया गया था लेकिन उसके बाद भी पोलियो के कुछ मामले सामने आये अगर भारत में वर्ष 2014 तक कोई मामला सामने नहीं आया तो भारत विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आधिकारिक रूप से भारत को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।
24 अक्टूबर के दिन को पोलियो दिवस इसलिये मनाया जाता है क्योंकि इस दिन पोलियो की वैक्सीन का आविष्कार करने वाली टीम के प्रमुख जोनास सॉक का जन्म हुआ था इस बैक्सीन की कुछ बुँदे ही रोगी के लिए काफी कारगर सावित होती हैं।
पोलियो मुक्त देश बनाने के लिए भारत में अनेकों स्कीम चलाई जा रही है हर बस स्टॉप, हर रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर पोलियो की बैक्सीन पिलाने की व्यवस्था है "हर बच्चा हर बार" और 'दो बूँद जिन्दगी की' जैसे स्लोगन के द्वारा लोगों में पोलियो के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है भारतीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की पूरी कोशिश है कि प्रत्येक बच्चे को हर बार पोलियो की दवा अवश्य पिलायी जाए इसलिए घर-घर जाकर भी बच्चों को पोलियो की दवा पिलायी जा रही है।
(Vishwa Polio Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of World Polio Day (Vishwa Polio Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
प्रत्येक वर्ष 24 अक्टूबर के दिन विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है इस दिवस को मनाने का उद्देश्य पोलियो जैसी बीमारी के विषय में लोगों में जागरूकता फैलाना है।
पोलियो एक संक्रामक रोग है जो वायरस के द्वारा फैलता है पोलियो का वायरस मुख के द्वारा मानव शरीर में प्रवेश करता है और ऑतों को प्रभावित करता है इस बीमारी को पोलियोमाइलाइटिस भी कहा जाता है इस बीमारी का असर अधिकतर बच्चों पर होता है अधिकतर देश इस बीमारी से मुक्त हो चुके हैं भारत को भी इस बीमारी से 2012 में मुक्त घोषित कर दिया गया था लेकिन उसके बाद भी पोलियो के कुछ मामले सामने आये अगर भारत में वर्ष 2014 तक कोई मामला सामने नहीं आया तो भारत विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आधिकारिक रूप से भारत को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।
24 अक्टूबर के दिन को पोलियो दिवस इसलिये मनाया जाता है क्योंकि इस दिन पोलियो की वैक्सीन का आविष्कार करने वाली टीम के प्रमुख जोनास सॉक का जन्म हुआ था इस बैक्सीन की कुछ बुँदे ही रोगी के लिए काफी कारगर सावित होती हैं।
पोलियो मुक्त देश बनाने के लिए भारत में अनेकों स्कीम चलाई जा रही है हर बस स्टॉप, हर रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर पोलियो की बैक्सीन पिलाने की व्यवस्था है "हर बच्चा हर बार" और 'दो बूँद जिन्दगी की' जैसे स्लोगन के द्वारा लोगों में पोलियो के प्रति जागरूकता फैलाई जा रही है भारतीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की पूरी कोशिश है कि प्रत्येक बच्चे को हर बार पोलियो की दवा अवश्य पिलायी जाए इसलिए घर-घर जाकर भी बच्चों को पोलियो की दवा पिलायी जा रही है।