विश्व एड्स दिवस निबंध
(Vishwa Aids Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of World AIDS Day (Vishwa Aids Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
एडस एक ऐसी महामारी है जो पूरे विश्व में फैल चुकी है इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए 1 दिसम्बर के दिन पूरे विश्व में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को एड्स (AIDS) (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम) (Acquired Immunodeficiency Defishiansi Syndrome) के प्रति जागरूकता फैलाना है।
विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) मनाने की आधिकारिक घोषणा वर्ष 1995 में अमेरिका के राष्ट्रपति विलियम क्लिंटन (Bill Clinton) ने की थी जिनका अनुसरण दुनियॉ भर के देशों द्वारा किया गया ।
विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) की परिकल्पना 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन जिनेवा स्विट्जरलैंड के एड्स ग्लोवल कार्यक्रम के सूचना अधिकारी थॉमस नेट्टर और जेम्स डब्ल्यू बन्न (James W. Bann) ने की थी ।
उन्होने एड्स दिवस मनाने का यह विचार एड्स ग्लोवल कार्यक्रम के निदेशक डॉ जोनाथन मन्न (Dr. Jonathan Mnn) से साझा किया और उन्होने इसे स्वीकृति दे दी ।
वर्ष 1988 से 1 दिसंबर के दिन को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाने लगा ।
आपको जानकर आर्श्चय होगा कि एक अनुमान के मुताविक 1981 से 2007 तक करीब 25 लाख लोगों की मृत्यु एच आई बी सक्रमण के कारण हो गई ।
2007 में लगभग दो लाख लोग इस महामारी से संक्रमित हुऐ। धीरे धीरे विश्व एड्स दिवस अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य समारोह बन गया ।
चुकि युवा ही नहीं हर उम्र का व्यक्ति इस बीमारी से पीडित होने लगा इस लिए सभी उम्र और वर्ग के लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष प्रोग्राम आयोजित किये गये जिसमें हर वर्ष की एक अलग थीम बनाई गयी ।
1988 में विश्व एड्स दिवस अभियान की थीम का नाम "संचार" था ।
2007 के बाद से विश्व एड्स दिवस को व्हाइट हाऊस द्वारा एड्स रिवन (AIDS ribbon) का एक प्रतीक देकर शुरू किया गया ।
(Vishwa Aids Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of World AIDS Day (Vishwa Aids Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
एडस एक ऐसी महामारी है जो पूरे विश्व में फैल चुकी है इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए 1 दिसम्बर के दिन पूरे विश्व में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को एड्स (AIDS) (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम) (Acquired Immunodeficiency Defishiansi Syndrome) के प्रति जागरूकता फैलाना है।
विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) मनाने की आधिकारिक घोषणा वर्ष 1995 में अमेरिका के राष्ट्रपति विलियम क्लिंटन (Bill Clinton) ने की थी जिनका अनुसरण दुनियॉ भर के देशों द्वारा किया गया ।
विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) की परिकल्पना 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन जिनेवा स्विट्जरलैंड के एड्स ग्लोवल कार्यक्रम के सूचना अधिकारी थॉमस नेट्टर और जेम्स डब्ल्यू बन्न (James W. Bann) ने की थी ।
उन्होने एड्स दिवस मनाने का यह विचार एड्स ग्लोवल कार्यक्रम के निदेशक डॉ जोनाथन मन्न (Dr. Jonathan Mnn) से साझा किया और उन्होने इसे स्वीकृति दे दी ।
वर्ष 1988 से 1 दिसंबर के दिन को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाने लगा ।
आपको जानकर आर्श्चय होगा कि एक अनुमान के मुताविक 1981 से 2007 तक करीब 25 लाख लोगों की मृत्यु एच आई बी सक्रमण के कारण हो गई ।
2007 में लगभग दो लाख लोग इस महामारी से संक्रमित हुऐ। धीरे धीरे विश्व एड्स दिवस अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य समारोह बन गया ।
चुकि युवा ही नहीं हर उम्र का व्यक्ति इस बीमारी से पीडित होने लगा इस लिए सभी उम्र और वर्ग के लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष प्रोग्राम आयोजित किये गये जिसमें हर वर्ष की एक अलग थीम बनाई गयी ।
1988 में विश्व एड्स दिवस अभियान की थीम का नाम "संचार" था ।
2007 के बाद से विश्व एड्स दिवस को व्हाइट हाऊस द्वारा एड्स रिवन (AIDS ribbon) का एक प्रतीक देकर शुरू किया गया ।