शुक्र ग्रह
(Shukra Grah in Hindi)
Here is an Essay of Venus Planet (Shukra Grah per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. Shukra Grah kya hai.
शुक्र एक स्थलीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत है और समान आकार, गुरुत्वाकर्षण और संरचना के कारण कभी कभी उसे पृथ्वी का "बहन ग्रह" कहा गया है शुक्र सल्फ्यूरिक एसिड युक्त अत्यधिक परावर्तक बादलों की एक अपारदर्शी परत से ढँका हुआ है।
शुक्र बुध ग्रह के बाद सूर्य (Sun) के निकटतम दूसरा ग्रह है।
शुक्र ग्रह का आकर लगभग पृथ्वी के समान है तथा यह पृथ्वी के सबसे निकटतम है।
शुक्र ग्रह को भोर का तारा तथा सांझ का तारा कहते हैं।
शुक्र ग्रह की सूर्य से औसत दूरी 10,82,08,600 किमी है।
शुक्र ग्रह की सतह का ताप लगभग 500 डिग्री सेल्सियस है।
शुक्र ग्रह पर पलायन वेग 10.3 किमी या 6.4 मील प्रति घंटा है।
चंद्रमा के बाद यह रात्रि आकाश में सबसे चमकीली प्राकृतिक वस्तु है।
ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना मे 92 गुना है।
शुक्र की सतह का लगभग 80% हिस्सा चिकने और ज्वालामुखीय मैदानों से आच्छादित है।
शुक्र का वायुमंडल अत्यंत घना है, जो मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन की एक छोटी मात्रा से मिलकर बना है।
(Shukra Grah in Hindi)
Here is an Essay of Venus Planet (Shukra Grah per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. Shukra Grah kya hai.
शुक्र एक स्थलीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत है और समान आकार, गुरुत्वाकर्षण और संरचना के कारण कभी कभी उसे पृथ्वी का "बहन ग्रह" कहा गया है शुक्र सल्फ्यूरिक एसिड युक्त अत्यधिक परावर्तक बादलों की एक अपारदर्शी परत से ढँका हुआ है।
शुक्र बुध ग्रह के बाद सूर्य (Sun) के निकटतम दूसरा ग्रह है।
शुक्र ग्रह का आकर लगभग पृथ्वी के समान है तथा यह पृथ्वी के सबसे निकटतम है।
शुक्र ग्रह को भोर का तारा तथा सांझ का तारा कहते हैं।
शुक्र ग्रह की सूर्य से औसत दूरी 10,82,08,600 किमी है।
शुक्र ग्रह की सतह का ताप लगभग 500 डिग्री सेल्सियस है।
शुक्र ग्रह पर पलायन वेग 10.3 किमी या 6.4 मील प्रति घंटा है।
चंद्रमा के बाद यह रात्रि आकाश में सबसे चमकीली प्राकृतिक वस्तु है।
ग्रह की सतह पर वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी की तुलना मे 92 गुना है।
शुक्र की सतह का लगभग 80% हिस्सा चिकने और ज्वालामुखीय मैदानों से आच्छादित है।
शुक्र का वायुमंडल अत्यंत घना है, जो मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन की एक छोटी मात्रा से मिलकर बना है।