नोबेल पुरस्कार
(Nobel Puraskar in Hindi)
Here is an Essay of Nobel Award (Nobel Puraskar per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. Nobel Puraskar kya hai.
अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) 19 वीं सदी के एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे। इनका जन्म स्वीडन में 21 अक्टूबर 1833 को हुआ। इन्होंने डायनामाइट तथा बेलिस्टाइट नामक दो विस्फोटक का निर्माण किया था। 10 दिसम्बर 1896 को विस्फोटक के प्रयोग के समय नोबेल की मृत्यु हो गयी थी। अल्फ्रेड नोबेल के सम्बन्ध में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि वे जीवन भर विस्फोटकों के खोज में लगे रहे, परन्तु मृत्यु से पूर्व अपनी वसीयत शान्ति एवं सदभावना के कार्य करने वालों को पुरस्कार देने के लिए सोंपी। उनके नाम पर दिया जाने वाला नोबेल पुरस्कार विश्व का सर्वाधिक ख्याति प्राप्त पुरस्कार है।
दो बार नोबेल पुरस्कार जीतने वाले व्यक्ति
मैडम क्यूरी (Madame Curie) - वर्ष 1903 में रेडियो सक्रियता की खोज के लिये और वर्ष 1911 में शुद्ध रेडियम के निष्कर्षण के लिये।
लीनस पोंलींग (Lins Ponling) - वर्ष 1954 में हेब्रिडडाइज्ड के सिद्धान्त के लिए और वर्ष 1962 में नाभिकीय प्रयोग निषेध सन्धि एक्टिविज्म के लिए।
जॉन बार्डीन (John Bardeen) - वर्ष 1956 में ट्रांजिस्टर के अविष्कार के लिए और वर्ष 1972 मैं अतिचालकता के सिद्धान्त के लिए।
फ्रेडरिक सेंगर (Frederick Sanger) - वर्ष 1958 में इन्सुलिन मोलिक्यूल की संरचना के लिए वर्ष 1980 में वायरस न्यूक्लियोटाइड की सिक्वेंकसिंग के लिए।
इंटरनेशनल कमेटी ऑफ़ रेड क्रॉस (International Committee of the Red Cross) को 3 बार नोबेल शांती पुरस्कार दिया जा चुका है
पियरे और मैडम क्यूरी (Pierre and Madame Curie) एकमात्र पति-पत्नी थे, जिन्हें वर्ष 1903 में भौतिकी के लिये नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया मेडम क्यूरी को वर्ष 1911 में रसायन विज्ञान के लिये नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया गया था।
सर विलियम हेनरी ब्रेग (Sir William Henry Bragg) और उनके पुत्र सर विलियम लोरेन्स ब्रेग भौतिकी के लिये नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले एकमात्र पिता - पुत्र थे इन्हें वर्ष 1915 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
" लोरेन्स ब्रेग ने 25 वर्ष की आयु में नोबेल पुरस्कार हासिल किया था वे इसे सबसे कम आयु मैं जितने वाले व्यक्ति थे। सबसे अधिक आयु में लियोनिद हरक्विज ने नोबेल पुरस्कार जीता था उन्हें 2007 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया।"
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय
रवीन्द्रनाथ टैगोर (Rabindranath tagore) - नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय राष्टीयगान के रचनाकार रवीन्द्रनाथ टेगोर थे जिन्हें 1913 में गीतांजलि के लिए साहित्य का नोबेल सम्मान मिला।
चन्द्रशेखर वेंकटरमन (Chandra Shekhar Venkat Raman) - नोबेल से सम्मानित होने वाले दूसरे भारतीय हमारे वैज्ञानिक सर चन्द्रशेखर वेंकटरमन थे जिन्होंने प्रकाश के प्रकीरण पर अध्ययन के लिए वर्ष 1930 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला था।
हरगोविन्द खुराना (Har Gobind Khorana) - सिंथेटिक या कृत्रिम जीन के संस्लेषण के लिए वर्ष 1968 में हरगोविन्द खुराना को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला था।
मदर टेरेसा (Mother Teresa) - भारत को अपना घर बना लेने वाली मदर टेरेसा को वर्ष 1979 में शान्ति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मूलतः अल्बानिया के स्कोपजे में जन्मी मदर टेरेसा का मूल नाम एग्नेस था जो 1929 में भारत आकर बस गई और कोलकाता में मिशनरी ऑफ चेरिटी की स्थापना की।
सुव्राह्रान्यम चन्द्रशेखर (Chandrasekhar Suwrahranyam) - वर्ष 1983 में इन्हें भौतिकी का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया इन्होंने व्हाइट ड्रवार्फ के बारे में थ्योरी दी।
अमर्त्य सेन (Amartya Sen) - वर्ष 1998 में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार दिया गया लन्दन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में अध्यापन करने बाले सेन को यह सम्मान कल्याणकारी अर्थशास्त्र में उनके अध्ययन के लिए दिया गया।
वीएस नायपॉल (V S Naipaul) - भारतीय मूल के लन्दन में रहने वाले अंग्रेजी लेखक विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल को वर्ष 2001 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया उन्हें समाज में हाशिये पर रहने वाले लोगों को अपनी रचनाओं में खास शेली में चित्रित करने के लिए नोबेल दिया गया।
वेंकटरमण रामकृष्णन (Venkatraman Ramakrishnan) - वर्ष 2009 में रसायन शास्त्र का नोबेल अमेरिका के टॉमस ए स्टेटज और इजराइल की अडा. ई. योनथ के साथ भारतीय मूल के अमेरिकी वेंकटरमण रामकृष्णन को संयुक्त रूप से दिया गया।
(Nobel Puraskar in Hindi)
Here is an Essay of Nobel Award (Nobel Puraskar per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. Nobel Puraskar kya hai.
अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) 19 वीं सदी के एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे। इनका जन्म स्वीडन में 21 अक्टूबर 1833 को हुआ। इन्होंने डायनामाइट तथा बेलिस्टाइट नामक दो विस्फोटक का निर्माण किया था। 10 दिसम्बर 1896 को विस्फोटक के प्रयोग के समय नोबेल की मृत्यु हो गयी थी। अल्फ्रेड नोबेल के सम्बन्ध में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि वे जीवन भर विस्फोटकों के खोज में लगे रहे, परन्तु मृत्यु से पूर्व अपनी वसीयत शान्ति एवं सदभावना के कार्य करने वालों को पुरस्कार देने के लिए सोंपी। उनके नाम पर दिया जाने वाला नोबेल पुरस्कार विश्व का सर्वाधिक ख्याति प्राप्त पुरस्कार है।
दो बार नोबेल पुरस्कार जीतने वाले व्यक्ति
मैडम क्यूरी (Madame Curie) - वर्ष 1903 में रेडियो सक्रियता की खोज के लिये और वर्ष 1911 में शुद्ध रेडियम के निष्कर्षण के लिये।
लीनस पोंलींग (Lins Ponling) - वर्ष 1954 में हेब्रिडडाइज्ड के सिद्धान्त के लिए और वर्ष 1962 में नाभिकीय प्रयोग निषेध सन्धि एक्टिविज्म के लिए।
जॉन बार्डीन (John Bardeen) - वर्ष 1956 में ट्रांजिस्टर के अविष्कार के लिए और वर्ष 1972 मैं अतिचालकता के सिद्धान्त के लिए।
फ्रेडरिक सेंगर (Frederick Sanger) - वर्ष 1958 में इन्सुलिन मोलिक्यूल की संरचना के लिए वर्ष 1980 में वायरस न्यूक्लियोटाइड की सिक्वेंकसिंग के लिए।
इंटरनेशनल कमेटी ऑफ़ रेड क्रॉस (International Committee of the Red Cross) को 3 बार नोबेल शांती पुरस्कार दिया जा चुका है
पियरे और मैडम क्यूरी (Pierre and Madame Curie) एकमात्र पति-पत्नी थे, जिन्हें वर्ष 1903 में भौतिकी के लिये नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया मेडम क्यूरी को वर्ष 1911 में रसायन विज्ञान के लिये नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया गया था।
सर विलियम हेनरी ब्रेग (Sir William Henry Bragg) और उनके पुत्र सर विलियम लोरेन्स ब्रेग भौतिकी के लिये नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले एकमात्र पिता - पुत्र थे इन्हें वर्ष 1915 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
" लोरेन्स ब्रेग ने 25 वर्ष की आयु में नोबेल पुरस्कार हासिल किया था वे इसे सबसे कम आयु मैं जितने वाले व्यक्ति थे। सबसे अधिक आयु में लियोनिद हरक्विज ने नोबेल पुरस्कार जीता था उन्हें 2007 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया।"
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय
रवीन्द्रनाथ टैगोर (Rabindranath tagore) - नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय राष्टीयगान के रचनाकार रवीन्द्रनाथ टेगोर थे जिन्हें 1913 में गीतांजलि के लिए साहित्य का नोबेल सम्मान मिला।
चन्द्रशेखर वेंकटरमन (Chandra Shekhar Venkat Raman) - नोबेल से सम्मानित होने वाले दूसरे भारतीय हमारे वैज्ञानिक सर चन्द्रशेखर वेंकटरमन थे जिन्होंने प्रकाश के प्रकीरण पर अध्ययन के लिए वर्ष 1930 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला था।
हरगोविन्द खुराना (Har Gobind Khorana) - सिंथेटिक या कृत्रिम जीन के संस्लेषण के लिए वर्ष 1968 में हरगोविन्द खुराना को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार मिला था।
मदर टेरेसा (Mother Teresa) - भारत को अपना घर बना लेने वाली मदर टेरेसा को वर्ष 1979 में शान्ति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मूलतः अल्बानिया के स्कोपजे में जन्मी मदर टेरेसा का मूल नाम एग्नेस था जो 1929 में भारत आकर बस गई और कोलकाता में मिशनरी ऑफ चेरिटी की स्थापना की।
सुव्राह्रान्यम चन्द्रशेखर (Chandrasekhar Suwrahranyam) - वर्ष 1983 में इन्हें भौतिकी का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया इन्होंने व्हाइट ड्रवार्फ के बारे में थ्योरी दी।
अमर्त्य सेन (Amartya Sen) - वर्ष 1998 में अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार दिया गया लन्दन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में अध्यापन करने बाले सेन को यह सम्मान कल्याणकारी अर्थशास्त्र में उनके अध्ययन के लिए दिया गया।
वीएस नायपॉल (V S Naipaul) - भारतीय मूल के लन्दन में रहने वाले अंग्रेजी लेखक विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल को वर्ष 2001 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया उन्हें समाज में हाशिये पर रहने वाले लोगों को अपनी रचनाओं में खास शेली में चित्रित करने के लिए नोबेल दिया गया।
वेंकटरमण रामकृष्णन (Venkatraman Ramakrishnan) - वर्ष 2009 में रसायन शास्त्र का नोबेल अमेरिका के टॉमस ए स्टेटज और इजराइल की अडा. ई. योनथ के साथ भारतीय मूल के अमेरिकी वेंकटरमण रामकृष्णन को संयुक्त रूप से दिया गया।