कुष्ठ निवारण दिवस निबंध
(Kusht Nivaran Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of Leprosy Prevention Campaign Day (Kusht Nivaran Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी के दिन को कुष्ठ निवारण अभियान दिवस (Leprosy Prevention Campaign Day) के रूप में मनाया जाता है इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों के इस रोग के प्रति जागरूकता फैलाना है
पुराने समय में इस रोग को छूआ छूत का रोग माना जाता था लेकिन ऐसा नहीं हैं यह रोग शरीर में माइकोबैक्टिरिअम लेप्राई (Mycobacterium leprae) नामक जीवाणु के उत्पन्न होने के कारण होता है और नही ये रोग बन्शानुगत होता है यह रोग रोगी के शरीर में इतनी धमी-धमी फैलता है कि रोगी को कई वर्षों तक पता भी नहीं चलता है और यह रोग रोगी के शरीर में पनपता रहता है यह रोग शरीर को लंबे समय तक हवा व खुली धूप ना मिलना, लंबे समय से गंदा व दूषित पानी पीते रहना, अधिक मात्रा में मीठी चीजों का सेवन करते रहना और नशे का बहुत अधिक सेवन करना के कारण हो सकता है
(Kusht Nivaran Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of Leprosy Prevention Campaign Day (Kusht Nivaran Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी के दिन को कुष्ठ निवारण अभियान दिवस (Leprosy Prevention Campaign Day) के रूप में मनाया जाता है इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों के इस रोग के प्रति जागरूकता फैलाना है
पुराने समय में इस रोग को छूआ छूत का रोग माना जाता था लेकिन ऐसा नहीं हैं यह रोग शरीर में माइकोबैक्टिरिअम लेप्राई (Mycobacterium leprae) नामक जीवाणु के उत्पन्न होने के कारण होता है और नही ये रोग बन्शानुगत होता है यह रोग रोगी के शरीर में इतनी धमी-धमी फैलता है कि रोगी को कई वर्षों तक पता भी नहीं चलता है और यह रोग रोगी के शरीर में पनपता रहता है यह रोग शरीर को लंबे समय तक हवा व खुली धूप ना मिलना, लंबे समय से गंदा व दूषित पानी पीते रहना, अधिक मात्रा में मीठी चीजों का सेवन करते रहना और नशे का बहुत अधिक सेवन करना के कारण हो सकता है