राष्ट्रीय खेल दिवस निबंध
(Rashtriya Khel Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of National Sports Day (Rashtriya Khel Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त का दिन राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) के रूप में मनाया जाता है इस दिन को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) के जन्मदिन के दिन के अवसर पर मनाया जाता है।
इस दिन का राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाने का फैसला भारत सरकार ने वर्ष 2012 में किया था इस दिन को खेलों के क्षेत्र में अपना अहम योगदान देने वाले खिलाडियों को भारत के राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित करते हैं जिसमें राजीव गांधी खेल रत्न, ध्यानचंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कारों के अलावा अर्जुन पुरस्कार प्रमुख हैं।
वर्ष 2016 में राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले चार खिलाड़ियों को राजीव गॉधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया हैं।
• साक्षी मलिक (Sakshi Malik) - भारत की पहली महिला पहलवान है, जिन्होंने देश के लिए कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
• पीवी सिंधु (PV Sindu) - इन्होंने बैडमिंटन प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. बैडमिंटन प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाली सिंधु देश की पहली महिला खिलाड़ी हैं।
• दिपा करमाकरस (Dipa Karmakars) - इन्होंने जिमनास्ट में शानदार प्रर्दशन किया और फाइनल में मामूली अतंर से पदक की रेस से बाहर गईं थी।
• जीतू राय (Jitu Rai) - इन्होंने निशानेबाजी में बेहतरीन प्रर्दशन किया था, हालांकि वो मेडल जीतने में कामयाब नहीं हो पाए।
राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन द्रोणाचार्य पुरस्कार उन कोचों को दिया जाता है जिन्होंने अच्छे खिलाडी तैयार करने में योगदान दिया हो।
• बिश्वेश्वर नंदी (Nandi Bisveshwar) - रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाली जिमनास्ट दीपा करमाकर के कोच को बेहतरीन कोचिंग के लिए द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिया गया।
• राजकुमार शर्मा (Raj Kumar Sharma) - स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के कोच को भी द्रोणाचार्य अवॉर्ड से नावाजा गया।
(Rashtriya Khel Diwas Essay in Hindi)
Here is an Essay of National Sports Day (Rashtriya Khel Diwas per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning.
प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त का दिन राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) के रूप में मनाया जाता है इस दिन को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) के जन्मदिन के दिन के अवसर पर मनाया जाता है।
इस दिन का राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाने का फैसला भारत सरकार ने वर्ष 2012 में किया था इस दिन को खेलों के क्षेत्र में अपना अहम योगदान देने वाले खिलाडियों को भारत के राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित करते हैं जिसमें राजीव गांधी खेल रत्न, ध्यानचंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कारों के अलावा अर्जुन पुरस्कार प्रमुख हैं।
वर्ष 2016 में राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले चार खिलाड़ियों को राजीव गॉधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया हैं।
• साक्षी मलिक (Sakshi Malik) - भारत की पहली महिला पहलवान है, जिन्होंने देश के लिए कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
• पीवी सिंधु (PV Sindu) - इन्होंने बैडमिंटन प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. बैडमिंटन प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने वाली सिंधु देश की पहली महिला खिलाड़ी हैं।
• दिपा करमाकरस (Dipa Karmakars) - इन्होंने जिमनास्ट में शानदार प्रर्दशन किया और फाइनल में मामूली अतंर से पदक की रेस से बाहर गईं थी।
• जीतू राय (Jitu Rai) - इन्होंने निशानेबाजी में बेहतरीन प्रर्दशन किया था, हालांकि वो मेडल जीतने में कामयाब नहीं हो पाए।
राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन द्रोणाचार्य पुरस्कार उन कोचों को दिया जाता है जिन्होंने अच्छे खिलाडी तैयार करने में योगदान दिया हो।
• बिश्वेश्वर नंदी (Nandi Bisveshwar) - रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाली जिमनास्ट दीपा करमाकर के कोच को बेहतरीन कोचिंग के लिए द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिया गया।
• राजकुमार शर्मा (Raj Kumar Sharma) - स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के कोच को भी द्रोणाचार्य अवॉर्ड से नावाजा गया।