रडार
(Radar in Hindi)
Here is an Essay of What is radar (Radar per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. Radar ka pura naam kya hai aur Radar avishkar kisne kiya.
रडार एक ऐसी वैज्ञानिक तकनीकी है जिसकी सहायता से गतिमान वस्तुओं जैसे वायुयान, जलयान, मोटरगाड़ियों आदि की दूरी, ऊंचाई, दिशा, चाल आदि का पता लगाया जाता है।
रडार का अविष्कार टेलर व लियो यिंग (Taylor and Leo Ying) ने वर्ष 1922 में किया था ।
रडार का पूरा नाम 'रेडियो डिटेक्शन ऐण्ड रेंजिंग' (radio detection and ranging) है।
रडार द्वारा रेडियोतंरग भेजी जाती हैं जो वस्तु से टकराकर रडार पर वापस आती है जिससे वस्तु के बारे में पता चलता है।
रडार की सहायता से अचानक होने वाले अाक्रमण से बचा जा सकता है।
रडार से छोडी जाने वाली तरंगो पर धुंध, अँधेरा आदि का कोई भी असर नहीं पडता है।
रडार का उपयोग वायुयानों, पानी के जहाजों इत्यादि में भी प्रयोग किया जाता है।
संयुक्त राज्य अमरीका के सैनिक संकेत दल (Army Signal Corps) ने रडार की सहायता से सबसे पहले 19 जनवरी 1946 को चंद्रमा से संपर्क स्थापित किया था ।
रडार द्वारा भेजे गये संकेत को चंद्रमा तक आने जाने में 4,59,999 मील की दूरी तय करती पडी थी ।
इन संकेतों को पहुँचाने में 2.4 समय लगा था ।
इसरो द्वारा भारत के आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) के तिरुपति में गडंकी आयोनोस्फेरिक रेडार इंटरफेरोमीटर (Gandanki Ionospheric Radar Interferometer) की स्थापना की है
(Radar in Hindi)
Here is an Essay of What is radar (Radar per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. Radar ka pura naam kya hai aur Radar avishkar kisne kiya.
रडार एक ऐसी वैज्ञानिक तकनीकी है जिसकी सहायता से गतिमान वस्तुओं जैसे वायुयान, जलयान, मोटरगाड़ियों आदि की दूरी, ऊंचाई, दिशा, चाल आदि का पता लगाया जाता है।
रडार का अविष्कार टेलर व लियो यिंग (Taylor and Leo Ying) ने वर्ष 1922 में किया था ।
रडार का पूरा नाम 'रेडियो डिटेक्शन ऐण्ड रेंजिंग' (radio detection and ranging) है।
रडार द्वारा रेडियोतंरग भेजी जाती हैं जो वस्तु से टकराकर रडार पर वापस आती है जिससे वस्तु के बारे में पता चलता है।
रडार की सहायता से अचानक होने वाले अाक्रमण से बचा जा सकता है।
रडार से छोडी जाने वाली तरंगो पर धुंध, अँधेरा आदि का कोई भी असर नहीं पडता है।
रडार का उपयोग वायुयानों, पानी के जहाजों इत्यादि में भी प्रयोग किया जाता है।
संयुक्त राज्य अमरीका के सैनिक संकेत दल (Army Signal Corps) ने रडार की सहायता से सबसे पहले 19 जनवरी 1946 को चंद्रमा से संपर्क स्थापित किया था ।
रडार द्वारा भेजे गये संकेत को चंद्रमा तक आने जाने में 4,59,999 मील की दूरी तय करती पडी थी ।
इन संकेतों को पहुँचाने में 2.4 समय लगा था ।
इसरो द्वारा भारत के आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) के तिरुपति में गडंकी आयोनोस्फेरिक रेडार इंटरफेरोमीटर (Gandanki Ionospheric Radar Interferometer) की स्थापना की है