एच आई वी और एड्स निबंध
(HIV and AIDS Essay in Hindi)
Here is an Essay of (HIV and AIDS per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. What is AIDS & HIV virus and some symptoms of AIDS.
आज के युग में एड्स बहुत ही खतरनाक और जानलेवा बीमारी है एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम (Acquired Immunodeficiency Defisianshi Syndrome ) है एड्स एच.आई.वी. वायरस (HIV Virus) से होता है।
एड्स क्या है
एड्स (AIDS) एक बीमारी है जो अब एक महामारी का रूप धारण कर चुकी है यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें मानव अपने प्राकृतिक प्रतिरक्षण क्षमता (Natural immunity capacity) खो देता है यह बीमारी एच.आई.वी वायरस के मानव शरीर में प्रवेश करने के कारण होती है एड्स पीड़ित के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता के कम होने के कारण उसके शरीर में आम सर्दी जुकाम से लेकर क्षय रोग जैसे रोग तक सहजता से हो जाते हैं और उनका इलाज करना कठिन हो जाता हैं एच.आई.वी. संक्रमण को एड्स की स्थिति तक पहुंचने में 8 से 10 वर्ष या इससे भी अधिक समय लग सकता है एच. आई. वी. से ग्रस्त व्यक्ति वर्षों तक बिना किसी विशेष लक्षणों के जीवित रह सकते हैं इसकी खोज 1981 में हुई थी एडस एक लाइलाज बीमारी है सुरक्षा ही इस बीमारी से बचाव ही इसका इलाज है।
एच. आई. वी. वायरस क्या है
एच आई वी एक प्रकार का विषाणु होता है जो मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रहार करता है यह मानव शरीर में रक्त के द्वारा फैलता है और शरीर से लाल रक्त कणिकाओं को नष्ट कर देता है लाल रक्त कणिकायें ही मानव शरीर में रोगप्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखती हैं यही वायरस लाइलाज बीमारी एड्स का कारण है।
यह वायरस दो प्रकार का होता है।
एच.आई.वी -1
एच.आई.वी 2
एड्स के कुछ लक्षण
बुखार, सिरदर्द, थकान, हैजा, मतली व भोजन से अरुचि, लसीकाओं में सूजन, मांसपेशियों में खिंचाव, अकारण वजन घटना ।
(HIV and AIDS Essay in Hindi)
Here is an Essay of (HIV and AIDS per Nibandh) written with some easy lines in Hindi and English meaning. What is AIDS & HIV virus and some symptoms of AIDS.
आज के युग में एड्स बहुत ही खतरनाक और जानलेवा बीमारी है एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम (Acquired Immunodeficiency Defisianshi Syndrome ) है एड्स एच.आई.वी. वायरस (HIV Virus) से होता है।
एड्स क्या है
एड्स (AIDS) एक बीमारी है जो अब एक महामारी का रूप धारण कर चुकी है यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें मानव अपने प्राकृतिक प्रतिरक्षण क्षमता (Natural immunity capacity) खो देता है यह बीमारी एच.आई.वी वायरस के मानव शरीर में प्रवेश करने के कारण होती है एड्स पीड़ित के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता के कम होने के कारण उसके शरीर में आम सर्दी जुकाम से लेकर क्षय रोग जैसे रोग तक सहजता से हो जाते हैं और उनका इलाज करना कठिन हो जाता हैं एच.आई.वी. संक्रमण को एड्स की स्थिति तक पहुंचने में 8 से 10 वर्ष या इससे भी अधिक समय लग सकता है एच. आई. वी. से ग्रस्त व्यक्ति वर्षों तक बिना किसी विशेष लक्षणों के जीवित रह सकते हैं इसकी खोज 1981 में हुई थी एडस एक लाइलाज बीमारी है सुरक्षा ही इस बीमारी से बचाव ही इसका इलाज है।
एच. आई. वी. वायरस क्या है
एच आई वी एक प्रकार का विषाणु होता है जो मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रहार करता है यह मानव शरीर में रक्त के द्वारा फैलता है और शरीर से लाल रक्त कणिकाओं को नष्ट कर देता है लाल रक्त कणिकायें ही मानव शरीर में रोगप्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखती हैं यही वायरस लाइलाज बीमारी एड्स का कारण है।
यह वायरस दो प्रकार का होता है।
एच.आई.वी -1
एच.आई.वी 2
एड्स के कुछ लक्षण
बुखार, सिरदर्द, थकान, हैजा, मतली व भोजन से अरुचि, लसीकाओं में सूजन, मांसपेशियों में खिंचाव, अकारण वजन घटना ।